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Jul 17, 2013

वीर मुकंद दास खींची पर डाक टिकट जारी करने व जोधपुर में प्रतिमा लगाने की मांग

जोधपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समाज को भविष्य की सोच के साथ आगे बढऩा होगा। जो समाज भविष्य के बारे में नहीं सोचते, वे समाप्त हो जाते हैं। वे मंगलवार को बीजेडएस स्कूल प्रांगण में वीर शिरोमणि मुकनदास खीची की 381वीं जयंती समारोह में बोल रहे थे। स
सिंह ने कहा कि पहले शौर्य, वीरता व ताकत के बल पर राज कायम किया जाता था, आज जमाना विद्या एवं कलम का है, सद्व्यवहार व छत्तीस कौम को साथ लेकर आगे बढऩे का जमाना है। इतिहास में क्षत्रिय राजाओं की न्यायप्रियता के अनेक उदाहरण हैं। सभी लोगों को साथ लिया, यह राजपूत चरित्र का स्पष्ट उदाहरण है। मारवाड़ में जोधपुर राजपरिवार व मारवाड़ के लोगों ने शिक्षा पर ध्यान देकर चौपासनी शिक्षण संस्थान जैसी संस्थाओं को आगे बढ़ाया। राजपूत का चरित्र है, हमारा शौर्य, साहस व एकाग्रता बुरे दिनों में सामने आते हैं। नौजवान पीढ़ी ने इस बात को समझा, आज समाज के युवा हर क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। मारोह में जोधपुर शहर व मारवाड़ के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों सहित कई राजनेताओं ने भागीदारी निभाकर वीर मुकनदास खींची को श्रद्धांजलि अर्पित की।
समारोह अध्यक्ष पूर्व नरेश गजसिंह ने कहा कि महाराजा अजीतसिंह के समय वीर दुर्गादास राठौड़ के नेतृत्व में औरंगजेब से युद्ध लड़ा गया।
वीर मुकनदास खीची उनके प्रमुख सहयोगी रहे। उनमें स्वामीभक्ति व वफादारी कूट-कूट कर भरी थी। उन वीरों के कारण ही मारवाड़ की पहचान जीवित रही। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज को समय के साथ चलना है। समारोह की विशिष्ट अतिथि केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कहा कि उनके मंत्रालय के प्रयासों से प्रदेश के गागरोन सहित छह किलों को विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिली, यह प्रयास आगे भी जारी रखेंगे ताकि प्रदेश के अन्य किले भी इस सूची में शामिल हो सकें।
वोट डालने का संकल्प दिलवाया 
समारोह संयोजक करणसिंह उचियारड़ा ने जोधपुर में वीर मुकनदास खीची की मूर्ति लगवाने व उन पर डाक टिकट जारी करने का आग्रह किया। उचियारड़ा ने चुनावों में अधिकाधिक मतदान करने का भी आह्वान किया। इस पर समाज के लोगों ने दोनों हाथ खड़े कर वोट डालने का संकल्प लिया।
राष्ट्रीय अधिवेशन अगले साल जोधपुर में 
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि क्षत्रिय समाज को जोडऩे के लिए ऑल इंडिया क्षत्रिय फेडरेशन का गठन किया है। करीब 70 सामाजिक संस्थाएं इससे जुड़ी हैं। फेडरेशन का अधिवेशन अगले साल फरवरी में जोधपुर में आयोजित करने का प्रस्ताव है।
वक्ताओं ने कहा- राजपूत समाज उपेक्षित 
कांग्रेस सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं : वीपी सिंह 
राज्यसभा में भाजपा के सांसद वीपी सिंह ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह से मुखातिब होते हुए कहा, ‘हमारी (भाजपा) सरकारों में राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व ज्यादा होता था। अब प्रदेश सरकार मेें मात्र दो-तीन मंत्री हैं। उनमें भी एक को पीडब्ल्यूडी पकड़ा दिया। सांसद चंद्रेश कुमारी को मंत्री बनाया, लेकिन विभाग दे दिया संस्कृति, जिसका कोई मतलब नहीं है। अब सरकारों में पूरा प्रतिनिधितव नहीं मिले तो अपना दुखड़ा समाज मंच पर ही कहेंगे।’ उन्होंने यहां तक कहा कि राजपूत समाज प्रदेश की सभी दो सौ विधानसभा सीटों पर चुनौती पेश करने की स्थिति में हैं।
फिर भी हमें टिकट नहीं मिलता : करणसिंह 
कांग्रेस नेता करणसिंह उचियारड़ा ने कहा कि जिस सीट पर राजपूत मतदाताओं की संख्या तीस हजार है लेकिन राजपूतों को टिकट नहीं मिलता, जबकि 15 हजार मतदाताओं वाली जाति के लोगों को टिकट मिल जाता है क्योंकि राजपूत समाज वोट नहीं डालता। इसलिए समाज के लोगों को ज्यादा से ज्यादा वोट डालना चाहिए।
इन्होंने भी किया संबोधित 
विशिष्ट अतिथि राज्यसभा में भाजपा सांसद वीपी सिंह बदनोर ने शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। राजसमंद से कांग्रेस सांसद गोपालसिंह ईडवा ने कहा कि सभी का सम्मान करना लोकतंत्र की भावना है। पूर्व मंत्री व विधायक कोलायत देवीसिंह भाटी ने कहा कि पूर्वजों की कमाई को व्यर्थ नहीं जाने दें। जेएनयूवी के कुलपति प्रो.भंवरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि वीर दुर्गादास राठौड़ व उनके साथी वीर मुकनदास खीची ने मारवाड़ की आजादी की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष किया, अपनी पूरी ताकत लगा दी। समारोह को वीर मुकनदास खीची जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष मोहनसिंह उचियारड़ा ने आभार व्यक्त किया। प्रारंभ में अतिथियों ने वीर मुकनदास खीची के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया।
प्रमुख लोग रहे उपस्थित 
समारोह में प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुनीता भाटी, पाली जिला प्रमुख खुशवीर सिंह जोजावर व मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, कांग्रेस नेता मानवेंद्रसिंह रोहिट, पूर्व कुलपति लोकेश शेखावत, नाथू सिंह इंद्रोका करवड़, भीम सिंह, कुंभसिंह पातावत, जसवंत सिंह कच्छवाह, जसवंत सिंह इंदा, हनवंतसिंह खीची, गोपालसिंह भलासरिया सहित प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।
 
समाचार साभार : News4Rajasthan.com

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