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Jul 15, 2008

शहीद मेहताबसिंह की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि

भूपेंद्र सिंह चुण्डावत, उदयपुर किरण
ऱ्णबाकुंरों की धरती सीकर का एक और लाल देश के लिए शहीद हो गया। शहीद मेहताबसिंह की 10 जुलाई को जम्‍मूत्रकश्‍मीर के जनरल एरिया में शहीद हो गए थे। वे 13 राजरिफ के 44 वर्षीय शहीद सूबेदार मेहताब सिंह की रविवार को उनके पैतृक गांव बृजपुरा में राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि की गई। रविवार सुबह शव पहुंचा तो बृजपुरा सहित निकटवर्ती गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। जब तक सूरज चांद रहेगा-मेहताब तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय, शहीदों की जय... जैसे गगनभेदी नारे गूंज उठे। इससे पहले जयपुर से आए 12 ग्रेनेडियर व राजस्थान पुलिस के जवानों ने कैप्टन राहुल कोहली की अगुवाई में शहीद की पार्थिव देह को सम्मान स्वरूप तिरंगा ओढ़ाया और बिगुल बजाकर सलामी दी। दोपहर 12. 30 बजे शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई। शहीद की अर्थी को सेना के जवानों ने कंधा दिया। शहीद के येष्ठ पुत् संदीप व प्रदीप ने मुखाग्नि दी। उनकी तीन बेटियां व दो पुत्र है। उन्होंने दानोें बेटियों की शादी मई 2008 में ही की थी। एक पुत्र नेवी में है। शहीद का पूरा परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। शहीद के चारों भाइयों में से तीन सेना से रिटायर्ड हैं तथा एक भाई सेवारत है।

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